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Indian Cricket : कुछ और सीनियर खिलाड़ी भी हो सकते है रिटायर, BGT सीरीज के परिणाम पर निर्भर

RNE Network

पिछले हफ्ते ऑलराउंडर रविचन्द्रन अश्विन का क्रिकेट से रिटायरमेंट सुर्खियों में इसलिए रहा क्योंकि बीच बॉर्डर -गावस्कर ट्रॉफी के बीच में ये खबर सामने आई। कप्तान रोहित शर्मा ने भले ही सार्वजनिक रूप से यह कहा है कि रोहित ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के पहले टेस्ट से पूर्व ही इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने का मन बना चुके थे, लेकिन यह बयान तो विवाद और टीम इंडिया के भीतर की खींचतान को कवर करने का नाकामयाब प्रयास था, असल में तो हेड कोच गौतम गंभीर की निकट भविष्य की योजना में रवि अश्विन कहीं भी फिट नहीं हो रहें थे।

अश्विन को गाबा टेस्ट की बरसात में यह अहसास हो गया था कि अब उनके इंटरनेशनल क्रिकेट करियर पर फुल स्टॉप के बादल मंडरा रहें है। अश्विन को यह भी आभास हो गया था कि जड़ेजा ने ब्रिस्बेन टेस्ट को बचाने में बड़ी भूमिका निभाई है, इसलिए आगामी मेलबर्न और सिडनी टेस्ट में भी उनकी अंतिम इलेवन में जगह नहीं बनेगी, इसलिए चलती टेस्ट सीरीज के बीच रिटायर लेकर देश लौट आए।

यूं भी अश्विन 38 वर्ष के है, वन डे और टी टवेंटी फॉर्मेट में पहले ही अपनी जगह खो चुके थे, फिटनेस का भी मुद्दा रहता है इसलिए अश्विन ने निज आत्मसम्मान को बचा कर ड्राप होने की बेइज्जती को न झेल कर वक़्त रहते इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहकर ठीक ही किया।कयास तो यह भी लगाए जा रहें है कि बॉर्डर -गावस्कर ट्रॉफी के नए साल में खत्म होते होते कुछ और टीम इंडिया के खिलाड़ी संन्यास की घोषणा कर सकते है, बहुत कुछ टीम इंडिया की अगले दो टेस्ट की ऑवर ऑल परफॉरमेंस पर निर्भर करता है।

कप्तान रोहित शर्मा, स्टार क्रिकेटर विराट कोहली और ऑलराउंडर रविंद्र जड़ेजा की उम्र जीवन के साढ़े तीन दशक पार कर चुकी है। जैसी फॉर्म कप्तान रोहित शर्मा की चल रही है, अगर ऐसा ही निराशाजनक खेल रोहित ने मेलबर्न और सिडनी में दिखाया तो रोहित पर भी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का प्रेशर स्वत: ही बढ़ जाएगा, विराट कोहली खराब फॉर्म के बाद भी इस दबाव से बच जाएंगे क्योंकि उनकी फिटनेस पर कोई सवालिया निशान नहीं है। जड़ेजा भी अगर गेंद से आगामी दो टेस्ट में आशानुरूप अपना कौशल नहीं दिखा पाए तो उन्हें भी टेस्ट टीम से छुट्टी का संकेत मिल जाएगा।

यूं भी बॉर्डर -गावस्कर ट्रॉफी की समाप्ति तक यह साफ हो ही जाएगा कि भारत वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में खेलेगा या नहीं, अगर टीम इंडिया जून में होने वाले लॉर्ड्स टेस्ट फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई तो तय मानिए कि टीम इंडिया से कई खिलाड़ियों के रिटायरमेंट की घोषणा आनी संभावित है।



मनोज रतन व्यास के बारे में :

मनोज रतन व्यास को समान्यतया फिल्म समीक्षक, लेखक, कवि के रूप में जाना जाता है। कम लोग जानते है कि बिजनेस मैनेजमेंट के महारथी और मीडिया में प्रसून जोशी के साथ एडवरटाइजमेंट क्रिएटीविटी टीम के सदस्य रहे मनोज गहरी दृष्टि वाले खेल समीक्षक हैं। rudranewsexpress.in के पाठक Sunday Sports Talk में उनकी इसी “फील्ड से फिनिश लाइन” तक वाली समीक्षकीय दृष्टि से हो रहे हैं रूबरू।